|| श्री बीतक साहेब ||

🌸 श्री राम रतन दास जी🌸

शास्त्र पुराण भेषपंथ खोजो, इन पैड़ों में पाइए नाहीं।
सतगुरु न्यारा रहत सकल थें, कोई एक कुली में क्याहें ।।